Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2023 · 1 min read

#ਜੀਵਨ-ਜਾਚ ( ਇੱਕ )

★ #ਜੀਵਨ-ਜਾਚ ★
( ਇੱਕ )

ਓ ਜੀਵਣ ਜੋਗਿਓ !
ਕੰਨ ਧਰ ਕੇ ਸੁਣ ਲਓ ਉਸਦੀ
ਜਿਹੜਾ ਹੱਢੀਂ-ਹੰਢਾਈ ਸੁਣਾਵੇ
ਮਨ ਵਿੱਚ ਲੈ ਕੇ ਆਸ ਮਿਲਣ ਦੀ
ਜਦ ਕੋਈ ਗਲੀ ਯਾਰ ਦੀ ਜਾਵੇ
ਤਲੀ ਪੈਰ ਦੀ ਧਰਤ ਨਾ ਚੁੰਮੇਂ
ਨਾ ਸਿਰ `ਤੇ ਜਟਾ ਸਜਾਵੇ
ਪਿੰਡੇ ਭਸਮ ਨਾ ਮੱਲੀ ਹੋਵੇ
ਨਾ ਕੋਈ ਕੰਨ ਪੜਵਾਵੇ
ਠੂਠਾ ਹੱਥ ਨਾ ਫੜਿਆ ਹੋਵੇ
ਨਾ ਕੋਈ ਭੇਖ ਬਣਾਵੇ
ਲੈ-ਲੈ ਲਿੱਲਕਾਂ ਹਾੜੇ ਕੱਢੇ
ਲੱਖ ਕੋਈ ਤਰਲੇ ਪਾਵੇ
ਬੂਹੇ ਅੱਗੇ ਕੋਈ ਖੜਨ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦਾ
ਨਾ ਕੋਈ ਭਿੱਛਿਆ ਪਾਵੇ
ਸਭ ਕੌਤਕ ਮੈਂ ਕਰਕੇ ਥੱਕਿਆ
ਨਹੀਂ ਬੋਲਦੇ ਮਿੱਟੀ ਦੇ ਬਾਵੇ . . . . . !

ਕਰਮ ਜੇ ਹੋਵਣ ਬਹੁਤ ਹੀ ਖੋਟੇ
ਦਿਲ ਹੋ ਜਾਵੇ ਟੋਟੇ-ਟੋਟੇ
ਰਾਤਾਂ ਹੋ ਜਾਵਣ ਲੰਮੀਆਂ
ਦਿਨ ਰਹਿ ਜਾਵਣ ਬਹੁਤ ਹੀ ਛੋਟੇ
ਨਹੀਂ ਬੋਲਦੇ ਮਿੱਟੀ ਦੇ ਬਾਵੇ . . . . . !

#ਵੇਦਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਲਾਂਬਾ
ਯਮੁਨਾਨਗਰ (ਹਰਿਆਣਾ)
੯੪੬੬੦-੧੭੩੧੨

Language: Punjabi
105 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सौदागर हूँ
सौदागर हूँ
Satish Srijan
#देसी ग़ज़ल
#देसी ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
जीवन
जीवन
Neelam Sharma
"Multi Personality Disorder"
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
रिश्ते..
रिश्ते..
हिमांशु Kulshrestha
पवन
पवन
Dinesh Kumar Gangwar
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
Ashish shukla
मन के मंदिर में
मन के मंदिर में
Divya Mishra
प्रकृति
प्रकृति
Mangilal 713
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
देश में क्या हो रहा है?
देश में क्या हो रहा है?
Acharya Rama Nand Mandal
आजादी
आजादी
नूरफातिमा खातून नूरी
"वक्त-वक्त की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
हरे कृष्णा !
हरे कृष्णा !
MUSKAAN YADAV
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
*कागभुशुंडी जी नीले पर्वत पर कथा सुनाते (गीत)*
*कागभुशुंडी जी नीले पर्वत पर कथा सुनाते (गीत)*
Ravi Prakash
वक़्त ने हीं दिखा दिए, वक़्त के वो सारे मिज़ाज।
वक़्त ने हीं दिखा दिए, वक़्त के वो सारे मिज़ाज।
Manisha Manjari
बचपन
बचपन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
ऐ दिल न चल इश्क की राह पर,
ऐ दिल न चल इश्क की राह पर,
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्रश्रयस्थल
प्रश्रयस्थल
Bodhisatva kastooriya
***संशय***
***संशय***
प्रेमदास वसु सुरेखा
कविता -दो जून
कविता -दो जून
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*अहमब्रह्मास्मि9*
*अहमब्रह्मास्मि9*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
ruby kumari
मन की प्रीत
मन की प्रीत
भरत कुमार सोलंकी
Loading...