५ हाइकु
१
बनने नामी l
सहज हामी हामी l
बस गुलामी l
२
मिला है मौका l
संकोच ने है रोका l
खुद को धोका l
३
बड़ा चालक l
रहता ताक ताक l
चिंतायें झोंक l
४
मजबूर है l
सत्य का ना जोर है l
कमजोर है l
५
बड़ा खरा है l
धरा पर धरा है l
उड़ा मरा है l
अरविन्द व्यास “प्यास”