शीतल शालीन प्रहार का दृष्टि दृष्टिकोण धैर्य धनपत का साहित्यिक प्रहार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
काश हर ख़्वाब समय के साथ पूरे होते,
आज़ादी!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
काश! हमारा भी कोई अदद मीत होता ।
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
मीर की ग़ज़ल हूँ मैं, गालिब की हूँ बयार भी ,
पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है।
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
चिंपू गधे की समझदारी - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
Dr. Harvinder Singh Bakshi
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,