जब कभी प्यार की वकालत होगी
स्वयं की खोज कैसे करें
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
वेला है गोधूलि की , सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)
"दिमाग"से बनाये हुए "रिश्ते" बाजार तक चलते है!
यादों के अभिलेख हैं , आँखों के दीवान ।
मासूम कोयला
singh kunwar sarvendra vikram
यादें समेट रहा हूं तेरे सीवा
बीतते वक्त के संग-संग,दूर होते रिश्तों की कहानी,
मेरी कविता, मेरे गीत, मेरी गज़ल बन चले आना,
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
विनाश की कगार पर खड़ा मानव
किससे कहे दिल की बात को हम
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
"" *स्वस्थ शरीर है पावन धाम* ""
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी