।। अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
अपनी नजरों से देखना खुद को,
कभी अपनी ही कीमत आंकना,
तुम किसी से भी कम नहीं हो,
ये बतलाना खुद को
हर काम संभव हो सकता है,
ये जीवन है प्यारे,
कभी कम तो कभी ज्यादा मिल सकता है,
खुशियों में इतराना नही
और यदि कमी है जीवन में तो घबराना नहीं,
पल भर में ही ज़िंदगी बदल जाती है,
हमे कुछ भी सोचने समझने का मौका न देती है।
मधु मूंधड़ा मल्ल