फ़ौजी वीर जवान,
देश लिए है जानें वारदे फ़ौजी वीर जवान,
घर -बार का मोह त्यागते फ़ौजी वीर जवान।
कभी कभी ही मना पाते परिवार के साथ त्योहार,
देश की रक्षा के लिए रहते यह तैयार -बर -तैयार,
दुशमणें का है मार भगाते मेरे फ़ौजी वीर जवान।
बारिश आए, आँधी चले कोई फर्क नहीं है पड़ता,
पहाड़ों में भी साथ बर्फ़ के यह फ़ौजी भाई रहता,
रहते दुशमणें को ललकारते फ़ौजी वीर जवान।
देश के लिए मर -मिटने का रखते दिल में जज़्बा,
हँस -हँस शहीद हो जाएँ न करते कोई शिकवा,
रहते देश का कर्ज़ उतारते फ़ौजी वीर जवान।
आओ मनदीप मिल करें इन को दिल से सलाम,
सरकारे -दरबारे मिलता रहे पूरा मान -सम्मान,
तिरंगा हमेशा ऊँचा लहराते फ़ौजी वीर जवान।
मनदीप गिल्ल धड़ाक