ग़मो ख़ुशी
रहती नहीं मिठास,ज़ुबाँ पर देर तक,
रहती मुई खटास,ज़ुबाँ पर देर तक,
ग़मोख़ुशी का मेल,जो काश हो जाता,
रहती ग़मोख़ुशियाँ,ज़ुबाँ पर देर तक ।
रहती नहीं मिठास,ज़ुबाँ पर देर तक,
रहती मुई खटास,ज़ुबाँ पर देर तक,
ग़मोख़ुशी का मेल,जो काश हो जाता,
रहती ग़मोख़ुशियाँ,ज़ुबाँ पर देर तक ।