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2 Oct 2018 · 1 min read

ख़्वाब उन के

छत पर चढ़ कर रोज, वो मुझे इशारा करती थी
परदे के पीछे छुप कर, वो मुझे निहारा करती थी।

सुन ना ले कोई दूजा, हम दोंनो की प्यारी बातें
चुपके चुपके नयनों से, वो मुझे पुकारा करती थी।

Language: Hindi
1 Like · 450 Views
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