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17 Jul 2016 · 1 min read

क़िता

क़िता
••••••••••••••••••••••••••••••
मुझपे इतना फक़त करम’ करदे।
दूर तनहाई के अलम’ कर दे

दस्तखत अपने प्यार का जानां’
दिल के औराक़ पर रक़म’ कर दे।
••••••••••••••••••••••••••••••••
Jameel Saqlaini Ujhanvi

Language: Hindi
3 Comments · 349 Views

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