#साहित्य_में_नारी_की_भूमिका
हवस में डूबा हुआ इस सृष्टि का कोई भी जीव सबसे पहले अपने अंदर
"साम","दाम","दंड" व् “भेद" की व्यथा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
(ग़ज़ल) तेरा साथ ही जब मयस्सर नहीं
''फॉलोवर्स" का मतलब होता है "अनुगामी।"
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
वफ़ाओं की खुशबू मुझ तक यूं पहुंच जाती है,
*दिव्य भाव ही सत्य पंथ है*
विचार, संस्कार और रस [ एक ]
तुम्हारे कर्म से किसी की मुस्कुराहट लौट आती है, तो मानों वही
अपने दर्द को तू यूं सरे-आम न कर
ऊसर धरती में जरा ,उगी हरी क्या घास .