देश हमारी आन बान हो, देश हमारी शान रहे।
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
जब कोई महिला किसी के सामने पूर्णतया नग्न हो जाए तो समझिए वह
*राधा-राधा रटते कान्हा, बंसी की तान सुनाते हैं (राधेश्यामी छ
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
इंसान इंसानियत को निगल गया है
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
धड़कनें जो मेरी थम भी जाये तो,
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'