भावक की नीयत भी किसी रचना को छोटी बड़ी तो करती ही है, कविता
ईश्क में यार थोड़ा सब्र करो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
वक्त, बेवक्त मैं अक्सर तुम्हारे ख्यालों में रहता हूं
भारत सनातन का देश है।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
ग़ज़ल _ यूँ नज़र से तुम हमको 🌹
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
"फ़ुरक़त" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
दैनिक आर्यवर्त केसरी, अमरोहा
*फिर तेरी याद आई दिल रोया है मेरा*
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
मग़रिबी और मशरिक तो क्या सारे जहान में शुमार है जिसका ।
पिता के नाम पुत्री का एक पत्र
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'