अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
।।सावन म वैशाख नजर आवत हे।।
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
When you learn to view life
दोस्त को रोज रोज "तुम" कहकर पुकारना
अश्लीलता - गंदगी - रील
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
हिन्दी दोहे- चांदी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"आए हैं ऋतुराज"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*गाड़ी तन की चल रही, तब तक सबको प्यार (कुंडलिया)*