तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना।
आज पुराने ख़त का, संदूक में द़ीद़ार होता है,
आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
हमारे हौसले तब परास्त नहीं होते जब हम औरों की चुनौतियों से ह
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
पूरी जिंदगानी लूटा देंगे उस ज़िंदगी पर,
इतना बेबस हो गया हूं मैं ......
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
*प्रभो हमें दो वह साहस हम, विजय दुष्ट पर पाऍं (गीत)*
यदि आपके पास नकारात्मक प्रकृति और प्रवृत्ति के लोग हैं तो उन