सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
मुझे क्या मालूम था वह वक्त भी आएगा
Being with and believe with, are two pillars of relationships
जिंदगी को बड़े फक्र से जी लिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*किस्मत में यार नहीं होता*
*****सबके मन मे राम *****
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
देवो रुष्टे गुरुस्त्राता गुरु रुष्टे न कश्चन:।गुरुस्त्राता ग
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*