Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2024 · 1 min read

ॐ दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव संभवम्।

ॐ दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव संभवम्।
नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुट भूषणम्।। सनातन परंपरा में किसी भी मास की अमावस्या के बाद होने वाले चंद्र दर्शन का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व माना गया है. यही कारण है कि जीवन में शुभता और सौभाग्य की कामना लिए लोग इस दिन का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं. ज्योतिष में जिस चंद्रमा को मन का कारक माना गया है, उसका दर्शन आज आज अगहन मास, शुक्ल पक्ष, में 02 दिसम्बर को होगा पंचांग के अनुसार आज चंद्र दर्शन 02 दिसम्बर 2024 को शाम 05:21 पी एम से 06:02 पी एम के समय किया जा सकेगा.हिंदू मान्यता के अनुसार चंद्र दर्शन करने के लिए व्यक्ति को शाम के समय तन और मन से पवित्र होकर इस पूजा को करना चाहिए. यदि संभव हो तो चंद्र दर्शन करते समय व्यक्ति को सफेद कपड़े पहनना चाहिए. चंद्र दर्शन की पूजा में सबसे पहले दूध और उसके बाद शुद्ध जल चंद्र देवता को अर्पित करें. इसके बाद उन्हें खीर का भोग लगाकर धूप-दीप दिखाएं और चंद्र देवता के मंत्र ‘ॐ सों सोमाय नम:’ अथवा ‘ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:’का जप करें. मान्यता है कि यह पूजा और मंत्र जप पति और पत्नी दोनों साथ मिलकर करें तो वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहता है. इसी तरह चंद्र दर्शन से व्यक्ति मन से जुड़ी चिंताएं दूर होती है और घर-परिवार में सुख-सौभाग्य बना रहता है. 💐💐🙏🙏

26 Views

You may also like these posts

साथ
साथ
Rambali Mishra
2717.*पूर्णिका*
2717.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कर्मगति
कर्मगति
Shyam Sundar Subramanian
Nowadays doing nothing is doing everything.
Nowadays doing nothing is doing everything.
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
Kuldeep mishra (KD)
अनुपम उपहार ।
अनुपम उपहार ।
अनुराग दीक्षित
नियम पुराना
नियम पुराना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*हमारी बेटियां*
*हमारी बेटियां*
ABHA PANDEY
.......शेखर सिंह
.......शेखर सिंह
शेखर सिंह
ख़्वाबों की दुनिया
ख़्वाबों की दुनिया
Dr fauzia Naseem shad
यह मोहब्बत
यह मोहब्बत
Minal Aggarwal
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
कवि दीपक बवेजा
- एक प्याली चाय -
- एक प्याली चाय -
bharat gehlot
" नीयत "
Dr. Kishan tandon kranti
जो बातें अनुकूल नहीं थीं
जो बातें अनुकूल नहीं थीं
Suryakant Dwivedi
क्यों इन्द्रदेव?
क्यों इन्द्रदेव?
Shaily
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
*जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले*
*जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चाहत थी कभी आसमान छूने की
चाहत थी कभी आसमान छूने की
Chitra Bisht
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय
Shekhar Chandra Mitra
जिन्होंने भारत को लूटा फैलाकर जाल
जिन्होंने भारत को लूटा फैलाकर जाल
Rakesh Panwar
खुशी ( मुक्तक )
खुशी ( मुक्तक )
Ravi Prakash
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
$úDhÁ MãÚ₹Yá
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
Vijay kumar Pandey
कहू किया आइ रूसल छी ,  कोनो कि बात भ गेल की ?
कहू किया आइ रूसल छी , कोनो कि बात भ गेल की ?
DrLakshman Jha Parimal
ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं
ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं
Ajit Kumar "Karn"
सत्य = सत ( सच) यह
सत्य = सत ( सच) यह
डॉ० रोहित कौशिक
यजीद के साथ दुनिया थी
यजीद के साथ दुनिया थी
shabina. Naaz
ज़बान
ज़बान
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
Loading...