दूर अब न रहो पास आया करो,
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
ज़रूरी नहीं के मोहब्बत में हर कोई शायर बन जाए,
बुढ़ापे में हड्डियाँ सूखा पतला
*रामायण लिख-लिख कर गाते, राधेश्याम कथावाचक (हिंदी गजल)*
काफी लोगो ने मेरे पढ़ने की तेहरिन को लेकर सवाल पूंछा
मजा मुस्कुराने का लेते वही...
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अधुरे सपने, अधुरे रिश्ते, और अधुरी सी जिन्दगी।
पृष्ठ- पृष्ठ पर प्यार के,
इस दौलत इस शोहरत से सुकून
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया