हज़ारों गम भले आएं
हज़ारों मुश्किलें आएं हज़ारों जलजले आएं।
अकेले तुम चले आओ, अकेले हम चले आएं।
ये झूंठी भीड़ के मेले झमेले छोड़कर देखो
तुम्हें हँसते मिलेंगे हम, हज़ारों गम भले आएं।
संजय नारायण
हज़ारों मुश्किलें आएं हज़ारों जलजले आएं।
अकेले तुम चले आओ, अकेले हम चले आएं।
ये झूंठी भीड़ के मेले झमेले छोड़कर देखो
तुम्हें हँसते मिलेंगे हम, हज़ारों गम भले आएं।
संजय नारायण