Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2022 · 1 min read

मंजिल

मिलती जरूर मंजिल, कितनी लंबी हो डगर।
रत्नाकर तक पहुँची है, देखा दरिया का सफर।।
पर वह भी रखता है , पर हौसलो से उड़ता है।
देखा कभी बाज को, कैसे आसमां चीरता है।।
खुद में हो भरोसा इतना, मंजिल सदा याद रहे।
कण्टक शूल शत्रुओं का, इस पथ अंदाज रहे।।
सफलता सीधी नहीं, होती घुमावधार चक्कर है।
राह की ख़ुशनुमा बालू, ये चट्टानों की टक्कर है।।
चला जो शिखर पथ, हम सफर कम रह जाते।
बुलंदियों के शिखर पर, हौसलों से ही चल पाते।।
कुछ पाने के लिए, बहुत कुछ खोना भी होता।
बना जाते इतिहास वो, फौलादी जीवन होता।।
चलते है पथिक अनेक, पथ भी अनेक अचल ।
सत्यपथ पर जो चला, मंजिल खुद आई चल ।।
आसान नहीं पथ इस, रख वह कदम चलना।
मंजिल कदम चूम लेती, पर कठिन सत्य भरना।।
मिलती जरूर मंजिल—
(कवि- डॉ शिव ‘लहरी)

Language: Hindi
2 Likes · 313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. शिव लहरी
View all
You may also like:
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
नरसिंह अवतार विष्णु जी
नरसिंह अवतार विष्णु जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आ चलें हम भी, इनके हम साथ रहें
आ चलें हम भी, इनके हम साथ रहें
gurudeenverma198
बेवक़ूफ़
बेवक़ूफ़
Otteri Selvakumar
How to Build a Healthy Relationship?
How to Build a Healthy Relationship?
Bindesh kumar jha
प्रेम में डूबे रहो
प्रेम में डूबे रहो
Sangeeta Beniwal
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
बदलती जरूरतें बदलता जीवन
बदलती जरूरतें बदलता जीवन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सुबह-सुबह की चाय और स़ंग आपका
सुबह-सुबह की चाय और स़ंग आपका
Neeraj Agarwal
4793.*पूर्णिका*
4793.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
स्वतंत्र ललिता मन्नू
" मुक्ति "
Dr. Kishan tandon kranti
किसी को इतना भी प्यार मत करो की उसके बिना जीना मुश्किल हो जा
किसी को इतना भी प्यार मत करो की उसके बिना जीना मुश्किल हो जा
रुचि शर्मा
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
VINOD CHAUHAN
उम्र ढली  तो ही जाना, महत्व  जोबन का।
उम्र ढली तो ही जाना, महत्व जोबन का।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
#विनम्रता
#विनम्रता
Radheshyam Khatik
बेटी
बेटी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
पूर्वार्थ
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
रसों में रस बनारस है !
रसों में रस बनारस है !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
रास्तो के पार जाना है
रास्तो के पार जाना है
Vaishaligoel
कैसे कहूँ किसको कहूँ
कैसे कहूँ किसको कहूँ
DrLakshman Jha Parimal
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
दिलकश है मेरा भारत, गुलशन है मेरा भारत ,
दिलकश है मेरा भारत, गुलशन है मेरा भारत ,
Neelofar Khan
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
Shweta Soni
..
..
*प्रणय*
ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार
ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
प्रेम जब निर्मल होता है,
प्रेम जब निर्मल होता है,
हिमांशु Kulshrestha
Loading...