हौसला बनाए रखिए
तूफां लाख सही,
अपनी कश्ती बचाए रखिए।
मेघ चाहे लाख बरसे,
अपना घर बचाए रखिए।
ये मुश्किलों का दौर है “दीपक”
अपना हौसला बनाए रखिए।
कुमार दीपक “मणि”
(स्वरचित)
तूफां लाख सही,
अपनी कश्ती बचाए रखिए।
मेघ चाहे लाख बरसे,
अपना घर बचाए रखिए।
ये मुश्किलों का दौर है “दीपक”
अपना हौसला बनाए रखिए।
कुमार दीपक “मणि”
(स्वरचित)