“” हो सबमें भाईचारा””
लगे देश हमारा प्यारा ,हो सब में भाईचारा ,जन जन का हो यही नारा।
एक दूजे को अपनाए, संग- संग में बढ़ते जाएं।
यह है अपना हिंदुस्तान, बनाए इस को फिर से महान।
यह है अपना हिंदुस्तान ,बनाए इसको फिर से महान।।
(१) अरे बैर भाव क्यों पाले,हर धर्म के हम रखवाले।
कोई फूट जो हमने डाले, जहन से उसे निकालें।
हे हम सब भाई भाई, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई ।
जैन पारसी भी हमको भाये,कोई धर्म छूट ना पाए।
मानव सब इक ईश्वर की संतान
यह है अपना हिंदुस्तान , बनाए इसको फिर से महान ।।
(२) मानवता हमें सिखाती , मानव की एक ही जाति।
सुख-दुख मिलकर बांटे,, फिर दिन हो चाहे राती।
खुद को न ऊंचा बताएं, नीचा न किसी को दिखाएं।
ना किसी को हम तो डराएं।
सपने साकार यह करना, सोच सोच पग धरना।
नहीं किसी से हमको डरना ।
अनुनय यही हमारी शान
यह है अपना हिंदुस्तान ,बनाएं इसको फिर से महान ।।
राजेश व्यास अनुनय