हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना।
हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना।
और मुझको पुण्य पावन प्रीत का पर्याय करना।
मैं किसी महाग्रंथ का हूं पात्र ,घायल जुगनुओं से।
तुम नवी संशोधनों से मुझको अब अध्याय करना।
दीपक झा रुद्रा
हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना।
और मुझको पुण्य पावन प्रीत का पर्याय करना।
मैं किसी महाग्रंथ का हूं पात्र ,घायल जुगनुओं से।
तुम नवी संशोधनों से मुझको अब अध्याय करना।
दीपक झा रुद्रा