Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2024 · 1 min read

हो सके तो खुद के मित्र बनें शत्रु नहीं

हो सके तो खुद के मित्र बनें शत्रु नहीं
बाहरी दुनियां में तो दोनों ही मिलते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे

2 Likes · 1 Comment · 85 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sonam Puneet Dubey
View all
You may also like:
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
तू बदल गईलू
तू बदल गईलू
Shekhar Chandra Mitra
मेरे जीतने के बाद बहुत आएंगे
मेरे जीतने के बाद बहुत आएंगे
Ankita Patel
*प्यार या एहसान*
*प्यार या एहसान*
Harminder Kaur
Tuning fork's vibration is a perfect monotone right?
Tuning fork's vibration is a perfect monotone right?
Chaahat
भगवत गीता जयंती
भगवत गीता जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
लिखे को मिटाना या तो शब्दों का अनादर है या फिर भयवश भूल की स
लिखे को मिटाना या तो शब्दों का अनादर है या फिर भयवश भूल की स
*प्रणय*
शादीशुदा🤵👇
शादीशुदा🤵👇
डॉ० रोहित कौशिक
4090.💐 *पूर्णिका* 💐
4090.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रार्थना के स्वर
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
मां वो जो नौ माह कोख में रखती और पालती है।
मां वो जो नौ माह कोख में रखती और पालती है।
शेखर सिंह
" कैसा हूँ "
Dr Mukesh 'Aseemit'
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
మనిషి ఓ మరమనిషి తెలుసుకో ఈ ప్రపంచపది..
మనిషి ఓ మరమనిషి తెలుసుకో ఈ ప్రపంచపది..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मै ना सुनूंगी
मै ना सुनूंगी
भरत कुमार सोलंकी
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
Dheerja Sharma
सबसे दूर जाकर
सबसे दूर जाकर
Chitra Bisht
पुराना साल जाथे नया साल आथे ll
पुराना साल जाथे नया साल आथे ll
Ranjeet kumar patre
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
Atul "Krishn"
नव वर्ष गीत
नव वर्ष गीत
Dr. Rajeev Jain
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
घोसी                      क्या कह  रहा है
घोसी क्या कह रहा है
Rajan Singh
माँ
माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*आओ-आओ इस तरह, अद्भुत मधुर वसंत ( कुंडलिया )*
*आओ-आओ इस तरह, अद्भुत मधुर वसंत ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
Most times, things that happen to us have the capacity to in
Most times, things that happen to us have the capacity to in
पूर्वार्थ
मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की
मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की
Swami Ganganiya
"जवाब"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...