हो जायेंगे राम तुम्हारे
माॅंगी होती मदद जो तुमने, बन जाते सब काम तुम्हारे,
प्रभु के दर पर शीश झुका लो, हो जायेंगे राम तुम्हारे।
अंधा लंगड़ा बाॅंझ भिखारी, सबका रखते भगवन ध्यान,
जो भी उनकी शरण में जाता, लेकर आता भक्ति ज्ञान,
राम नाम जप लो तुम प्यारों, राम बिना संसार अधूरा,
सिमरन करलो पूजन करलो, बिन तप प्रभु का प्यार अधूरा,
एक बार बस माॅंग कर देखो, तीनों लोक हों नाम तुम्हारे,
प्रभु के दर पर शीश झुका लो, हो जायेंगे राम तुम्हारे।
काम क्रोध लोभ और माया, दोष ये सारे मिट जायेंगे,
धुनि रमा लो हरि के द्वारे, पाप भी सारे धुल जायेंगे,
जप करने से जान जाओगे, राम नाम में कितनी शक्ति,
पा जाओगे सदा सदा तुम, जनम मरण से अपनी मुक्ति,
श्रद्धा से जो भी माॅंगोगे, कर देंगे चारों धाम तुम्हारे,
प्रभु के दर पर शीश झुका लो, हो जायेंगे राम तुम्हारे
माॅंगी होती मदद जो तुमने, बन जाते सब काम तुम्हारे।
संजीव सिंह ✍️
(स्वरचित भजन ©️)
नई दिल्ली