हो गी रात प्यारे रे
सूर्य देव सो गए, सो गए चादं -तारे,
सो जा मेरे लाला रे, हो गई रात प्यारे रे।
नैना बंद करके तु, खो जा सपनों के दुनिया मे,
परीयों के महलो मे घूम, खेल उनके बगियाँ मे,
नदियां सारी सो गई, सो गए पर्वत सारे रे,
सो जा लल्ला मेरे तु हो गई रात प्यारे रे।
तोरी सी आराम अपने नैनों को भी दे रे,
समुद्र भी सो गए लेकर सभी प्राणी को,
तु ना रूठ के जगना सुन उनके खराट्ठे को,
सो जा मेरे लल्ला तु,हो गई रात प्यारे रे।
चादं सुनाई तुम्हें अपनी कहानियां,
खुब कराए तुम्हें नभ कि सवारियां,
सोएगा लाला तो खुश होगी मैया,
खुब दिलाएगी गुड्डे और गुडिय़ा,
सो जा मेरे लाला तुम, हो गई रात प्यारे रे।