होली
शैशव यौवन हुए तरंगित,
नाचे मयूर बन मन ।
श्याम सलोने करें ठिठोली,
धूम मची मधुबन।।
रंग मुरारी रंगी राधिका,
रंग गई घाघरा चोली।
नील गगन रक्ताभ हुआ,
रंगे प्रेम रंग हमजोली।।
जमकर खेलो खूब मचाओ,
होली पर हुड़दंग।
प्रेम सरस रसधार बह रही,
तन- मन सब सतरंग।।
नीलम शर्मा ✍️