होली बरसाने की
।।जय श्री राधेकृष्ण।।
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आज श्री राधारानी के बरसाने धाम में रँगीली होली हो रही है । इस अवसर पर प्रस्ततुत है ये रसिया …!
होरी बरसाने की
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होरी खेल रह्यौ नँदलाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
कन्हैया वंसीवारौ, रे कन्हैया वंसी वारौ ।।
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सज-धज बरसाने आयौ,
ग्वालन कौ टोला लायौ,
चंदन चमकै गालन भाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
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घेरीं गलियन में गोरी ,
फिर खेली जी भर होरी,
रे आँखन में डोरा लाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
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नैनन में नैन फँसाये,
होरी के रसिया गाये,
नाचैं मटकैं झूमैं ग्वाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
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यानै घूँघट फार उघारे,
गुलचा गोरिन नै मारे,
याके भये कपोला लाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
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मिल धूमस बड़ौ मचायौ,
रँग मल-मल गाल लगायौ,
बाँकी टेढ़ी याकी चाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
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गुजरिन नै लट्ठ सम्हारे,
घेरे गलियन में सारे,
बरसौ प्रेम अबीर गुलाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
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बरसाने में रँग बरसै,
मन देख-देख कै सरसै,
जो भी देखै होय निहाल, कन्हैया वंसीवारौ ।
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– महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा।
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