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7 May 2024 · 1 min read

होली उसी की होली है

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होली उसी की होली है जिसकी है सालियां
या जिसके नाम आई है भाभी की गालियां

बाबा ने जाने क्या कहा दादी के कान में
झुर्री भरे गालो पर भी दौड़ी है लालियां
*
कुछ लोग हैं मदिरा पिए कुछ नयन से पिए
कुछ लड़खड़ा रहे हैं कुछ चाहेंगे नालियां
*
नेताओं का है फायदा होली के बहाने
जब जी करेगा उनका बदल लेंगे पालिया
*
बच्चे ही नहीं बूढ़े भी हैं आज मौज में
झुकती हुई कमर लगे फूलों की डालियां
*
गुजरा जो उनके द्वार से होली का कारवां
दरवाजे चाहने लगे बन जाए जालियां
*
कवि की सफल है होली जो कविता के मंच पर
श्रोता बजाएं जम के मोहब्बत से तालियां
@
डॉक्टर /इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव

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