होनी तेरी जीत है, वक़्त अगर बलवान
होनी तेरी जीत है, वक़्त अगर बलवान
तभी मिले गर हार भी, हार न अपनी मान
हार न अपनी मान, हौसला पूरा रखना
करना अपने कर्म, न फल की चिंता करना
रहे ‘अर्चना’ ध्यान, नहीं मर्यादा खोनी
नहीं जगत में टाल , सका है कोई होनी
डॉ अर्चना गुप्ता