है धरा प्यासी बुझा दे तू जरा सी प्यास
है धरा प्यासी बुझा दे तू जरा सी प्यास
सींच दे आकर फसल हलधर लगाये आस
भीग जायें सुन हमारे गीत के भी बोल
ऐ घटा तू आज फिर ऐसा रचा दे रास
डॉ अर्चना गुप्ता
है धरा प्यासी बुझा दे तू जरा सी प्यास
सींच दे आकर फसल हलधर लगाये आस
भीग जायें सुन हमारे गीत के भी बोल
ऐ घटा तू आज फिर ऐसा रचा दे रास
डॉ अर्चना गुप्ता