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15 Jun 2022 · 2 min read

हैप्पी फादर्स डे (लघुकथा)

हैप्पी फादर्स डे (लघुकथा)

कनिका अपने सारे मैडल, पुरस्कार,प्रमाण-पत्र क्रमबद्ध से जमाने में व्यस्त थी। दादी ने पूछा-“इन्हें फिर क्यों जमा रही हो।”
नटखट कनिका बोली-“पापा के आने पर उन्हें बताना है ,इसलिए ठीक से जमा रही हूँ।”
“क्या कर रही हमारी लाड़ो रानी”कहते हुए दादाजी भी आ गए। कनिका ने उदास भाव से कहा-“सिर्फ पापा का इंतजार,पिछली बार भी मैं सो रही थी,वे अलसुबह ही नौकरी पर चले गये थे।”निकुंज फ़ौज में सीमा पर तैनात था।

कनिका ने दादाजी से कहा-
“इस बार यह नहीं हो सकता है कि हम पापा से मिलने उनके वहां जाएं?”
“बात तुम्हारी सही हैं परंतु वहां कभी भी गोलीबारी होती है, खतरा ज्यादा है।”
“नहीं हम वही जाएंगे ,कनिका ने कहा”।
‘अच्छा बाबा अब जिद छोड़ो और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो” दादाजी कहकर पूजा करने चले गए।
कुछ देर बाद मामा जी घर आए साथ में ढेर सारे उपहार व मिठाई लाए। दादाजी ने नरेश को सारी बात कह सुनाई,कुछ बातें समझाई। भोजन कर दोनों बाजार को चले गए।

लौटने पर गुड़िया की वही जिद, हमें पापा पास जाना है।
दादाजी ने कहा -“सामान बांध लो तीन दिन बाद हम श्रीनगर जा रहे हैं।”
कनिका दौड़ती -दौड़ती माँ के पास जाती है ,फिर वह खुशखबर सुनाती है, पति से मिलने की खुशी में नीता की आंखें भर आई।
जाते समय ट्रेन में इधर कनिका अपने बाल गोपाल कान्हा से प्रार्थना करती है कि-” मेरे पापा को कोई कष्ट न देना ,उन्हें विजय देना।”
उधर सरहद पर गोलीबारी हो रही थी।निकुंज के पास पूरी टुकड़ी की कमान थी। घमासान युद्ध हुआ।एक गोली तेज गति से उसकी ओर आई व टोपी से टकराती निकल गई।
वह सावधान हो गया और लगातार 2 -4 बम धमाके करता है।तब जाकर शत्रु सेना के हौसले पस्त हुए वे दुम दबाकर भाग गए।
पूरे सेना प्रसन्न होकर जय जयकार कर रही थी । अत्यधिक थकावट होने के कारण निकुंज आराम करने घर पहुंचा। बहादुर पिता की यशस्वी कहानी।
सुबह हुई निकुंज की नींद ठीक से खुली भी नहीं थी कि आवाज आई-“साहब उठे , आपके बाबा आए हैं।”नौकर ने कहा
निकुंज बाहर आकर देखता है पूरा परिवार खड़ा था। वह आश्चर्यचकित रह गया!!
निकुंज ने बाबा ,माँ को प्रणाम किया। बाबा ने कहा ‘विजयी भव” ,माँ ने “जीते रहो “,
नीता सिर्फ मुस्कुराई,
कनिका ने खिलखिलाते हुए कहा- “हैप्पी फादर्स डे ”
लव यू बेटी कहते हुए निकुंज ने उसे अपनी बाहों में ले लिया।

स्वरचित लघुकथा
डॉ. प्रणव देवेन्द्र श्रोत्रिय
शिक्षाविद,साहित्यकार
269 ,जवाहर मार्ग ,इंदौर ,मध्यप्रदेश
पिन -452002
फोन-9669174555

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