हैंडपंपों पे : उमेश शुक्ल के हाइकु
निर्लज्जता भी मांग जाती पानी
नेता सुनाता जब धुआंधार विकास की कहानी
जलहीन हैंडपंपों पे मची खींचातानी
यात्री शेल्टर पर सजी दुकान
पूछताछ खिड़की के बोर्ड करा देते पहचान
कुछ दूर ट्रैफिक पुलिस अभियान
जो दिखता है वही बिकता
श्रम,सहयोग,करुणा, दया मंचों की नाटकीयता
पुरस्कार, इनाम को हम हैं ना
देश प्रेम में कीजिए त्याग
मोक्ष और कल्याण की खातिर कीजिए दान
बाबा चीखें गुरु ही भगवान