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2 Apr 2020 · 1 min read

सुख सुन्दर संसार करो

हे राम जगत के सूत्रधार
जगती पर उपकार करो हे !

दिशा-दिशा में धरा-व्योम में
कण-कण में और रोम-रोम में
बसते हो परिपालक बनकर
अपने जन से प्यार करो हे !
हे राम जगत के सूत्रधार
जगती पर उपकार करो हे !

विषम विपत्ति घर के द्वारे
विचर रही है हाथ पसारे
संकट के उद्धारक बनकर
सुख सुन्दर संसार करो हे !
हे राम जगत के सूत्रधार
जगती पर उपकार करो हे !

तुम पर तो विश्वास अटल है
मन अपराजित और सबल है
धरती का सूनापन हरकर
फिर इसका श्रृंगार करो हे !
हे राम जगत के सूत्रधार
जगती पर उपकार करो हे !

अशोक सोनी
भिलाई

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Comments · 242 Views

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