हे भारत माता मेरा भी, नमन करो स्वीकार।
हे भारत माता मेरा भी, नमन करो स्वीकार।
पाल पोसकर बड़ा किया है, कोटि-कोटि आभार।।
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कोस कोस पर बदले पानी,
चार कोस पर बानी।
फिर भी एक सूत्र में बांधे,
अनुपम अजब कहानी।।
अजब तेरी महिमा है भारत,
अद्भुत है संसार।
हे भारत माता मेरा भी,नमन करो स्वीकार।।
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गंगा-जमुनी संस्कृति प्यारी,
उर्दू हिन्दी बहनों सी।
पली बढ़ी हैं दोनों संग संग,
सजी धजी हैं गहनों सी।।
सबको खुद में करे समाहित,अद्भुत है व्यवहार।
हे भारत माता मेरा भी, नमन करो स्वीकार।।
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सब का हो विकास तेजी से
हों विकास के पथ पर आगे।
मिले सभी को रोटी कपड़ा,
भूख-प्यास इस भू से भागे।
विश्व गुरू बन जायें हम अब,सपना हो साकार।
हे भारत माता मेरा भी, नमन करो स्वीकार।।
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कोई भाई- भाई लड़े न।
हिंदू मुस्लिम सिख भिड़े न।।
धर्म -जाति में रहे समन्वय,
इक दूजे के मध्य अड़े न।।
रहें सभी मिलजुल कर प्यारे, प्यारा हो आचार।
हे भारत माता मेरा भी, नमन करो स्वीकार।।
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