हे काश !!
काश के तेरे सपनों को मैं सच कर पाता,
काश के तुझको जिन्दा घर मैं ला पाता,
एक बोझ छोड़कर गई है तू मेरे ऊपर,
काश के तेरी खुशियाँ तुझको दे पाता,
काश के उस ख्याल को अंजाम तक मैं लेकर जाता,
काश के तुझको अमृत दान मैं दे पाता,
तुझसे बंधने वाली राखी, अब इंतजार करेगी,
काश के राखी के बंधन को सच कर पाता,
तू रहे हमेशा खुश, चाहे जिस जहां रहे तू,
काश के खुदा के दर से मैं, तुझे ला पाता ।
!! आकाशवाणी !!