हे कवियों ____
हे कवियों _कलम उठाओ _
अपनी रचनाओं में कुछ ऐसी शब्दावली लाओ।
अतीत की महान परंपराएं__
नव युवा तरुण पीढ़ी को बताओ।।
तुम्हारी कलम में ताकत है_
परिवर्तन यही लाएगी।
संस्कार युक्त सृजन से,
अपनी कृतियों को सजाओ।।
तुम समाज के हो दर्पण _
अपना सब कुछ कर दो अर्पण,
राह जो भटक गए है,
सच्चा पथ उनको बतलाओ।।
राजेश व्यास अनुनय