*** हुकूमत करना चाहते हो ***
हुकूमत करना चाहते हो मेरे दिल पर और मज़ार पे आकर रोते हो
क्यूं बेइंतहा मुहब्बत करने का रोना रो रोकर पानी से मुंह धोते हो।
?मधुप बैरागी
दिल तो तेरा लिया है मैंने अब जिस्म की चाहत नहीं
करता हूं इबादत ख़ुदा की मैं मांगना मेरी आदत नहीं ।।
?मधुप बैरागी