Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2023 · 1 min read

हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।

गीत_ हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,
……………………………….
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
लगा घोलने जहर बहुत आपस के भाई चारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।

होली और दिवाली मनती, कितने बिखरे रंग यहाँ।
ईद मनाएं सब मिल जुलकर,नहीं किसी से रंज यहाँ।।
पड़े ना लोहड़ी यहाँ पे फीकी,सिखों के गुरुद्वारे में।
लगा घोलने जहर बहुत आपस के भाई चारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा…..

नहीं कोई ग़द्दार यहाँ पर, वतन के सच्चे हैं प्रहरी।
वन्देमातरम सब मिल बोलें देशभक्ति इतनी गहरी।।
भगत सिंह अशफ़ाक के देखो, इंकलाब के नारे में।
लगा घोलने जहर बहुत आपस के भाई चारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,……

मत भूलो वो खूनी मंज़र जब अपनों को खोया।
इतना लहू बह धरती पर,देख विधाता रोया था।।
नफरती बीज़ यो बोया था,क्या मिला हमें बंटवारे में।
लगा घोलने जहर बहुत आपस के भाई चारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा……..

मस्जिद में कहीं इबादत हो,मंदिर में पूजा की थाली।
राम बसों हर हिन्दू के दिल,अल्लाह करता रखवाली।।
दोनों नाम एक ही ठहरे, पुजते हैं जग सारे में
लगा घोलने जहर बहुत आपस के भाई चारे में।

हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
लगा घोलने जहर बहुत आपस के भाई चारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा…..

✍शायर देव मेहरानियाँ _ राजस्थानी
(शायर, कवि व गीतकार)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छंद मुक्त कविता : जी करता है
छंद मुक्त कविता : जी करता है
Sushila joshi
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
VEDANTA PATEL
"सरताज"
Dr. Kishan tandon kranti
लघुकथा कहानी
लघुकथा कहानी
Harminder Kaur
कभी ख़ुशी कभी ग़म
कभी ख़ुशी कभी ग़म
Dr. Rajeev Jain
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
पंकज परिंदा
लम्बी राहें दर्द की,
लम्बी राहें दर्द की,
sushil sarna
मन के सवालों का जवाब नाही
मन के सवालों का जवाब नाही
भरत कुमार सोलंकी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
Love is hanging
Love is hanging
Otteri Selvakumar
Lines of day
Lines of day
Sampada
प्रीति
प्रीति
Mahesh Tiwari 'Ayan'
घर को छोड़कर जब परिंदे उड़ जाते हैं,
घर को छोड़कर जब परिंदे उड़ जाते हैं,
शेखर सिंह
नींद
नींद
Kanchan Khanna
4108.💐 *पूर्णिका* 💐
4108.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#लापरवाही और सजगता का महत्व
#लापरवाही और सजगता का महत्व
Radheshyam Khatik
Karma
Karma
R. H. SRIDEVI
बहुत प्यार करती है वो सबसे
बहुत प्यार करती है वो सबसे
Surinder blackpen
ज़रूरत नहीं
ज़रूरत नहीं
Dr fauzia Naseem shad
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
कवि रमेशराज
देखकर आज आदमी की इंसानियत
देखकर आज आदमी की इंसानियत
gurudeenverma198
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
Ranjeet kumar patre
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
Dr Archana Gupta
यूं जी भर जी ना पाओगे, ना ही कभी मर पाओगे,
यूं जी भर जी ना पाओगे, ना ही कभी मर पाओगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गांव की याद
गांव की याद
Punam Pande
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गुरुर
गुरुर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बाजार
बाजार
surenderpal vaidya
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
Loading...