हिन्दी भाषा
गीत…
विश्व की भाषा बने हिन्दी हमारी शान यह।
एकता सद्भाव की है देश में पहचान यह।।
शब्द में इसकी मधुरता है भरी हम जानते।
भावनाएं व्यक्त होती है सहज यह मानते।।
वर्णमाला वर्तनी की दृष्टि से गुणवान यह।
विश्व की भाषा बने हिन्दी हमारी शान यह।।
है नहीं कहना उचित इसमें नहीं सामर्थ्य है।
अक्षरों का मेल अनुपम प्रेरणाप्रद अर्थ है।।
लेखनी संवाद शैली ग्राह्यता की खान यह।
विश्व की भाषा बने हिन्दी हमारी शान यह।।
घूम लेना हर दिशाओं में टहल करके यहाँ।
देश में हर ओर पावोगे निहारोगे जहाँ।।
है बनी स्वाधीनता संग्राम में वरदान यह।
विश्व की भाषा बने हिन्दी हमारी शान यह।।
कौन है हमको बताओ देश भाषा से रहित।
आपसी टकराव से होगा हमेशा ही अहित।।
राष्ट्रभाषा पद मिले गौरव बढ़े सम्मान यह।
विश्व की भाषा बने हिन्दी हमारी शान यह।।
नित बढ़े वैभव गुणों से पूर्ण है हिन्दी धरा।
पर जरूरी है हमारी कोशिशें भी हो जरा।।
देश के ऊँचे पदों को भी लगे आसान यह।
विश्व की भाषा बने हिन्दी हमारी शान यह।।
विश्व की भाषा बने हिन्दी हमारी शान यह।
एकता सद्भाव की है देश में पहचान यह।।
डाॅ. राजेन्द्र सिंह “राही”
(बस्ती उ. प्र.)