~~~~हिन्दी गजल~~~~
साधना हो सफल- ये जरूरी नहीं।।
~वन्दना हो विमल- ये जरूरी नहीं ।।
आंख मूंदे हुए, हाथ जोड़े हुए ,
~प्रार्थना हो प्रबल- ये जरूरी नहीं ।।
आज रिश्तों के पर्दे में क्या हो रहा ,
~भावना हो धवल- ये जरूरी नहीं।।
कामना वासना से रहित प्रेम की ,
~कल्पना हो सरल- ये जरूरी नहीं ।।
जो समस्या खड़ी की स्वयं आपने ,
~हो समस्या वो हल- ये जरूरी नहीं ।।
लोभ की जब सुधा से मरें लोग तब ,
~वास्तविक हो गरल- ये जरूरी नहीं ।।
कुकुरमुत्तों से यदि काम चल जाये तो ,
~अर्ध्य में हो ” कमल “- ये जरूरी नहीं ।।
s.k.barman