हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
करें प्रकाशित सहजता संग, करें हिन्दी का गुणगान
मेरी सत्यार्थ को भी दिया आपने ही रूप साकार
जैसे तपती रेत जेठ की , हो पाई वर्षा मूसलाधार
बहुत सरल मृदल विभाग का वाणी और व्यवहार
बहुत बधाई शुभकामना सहित करूँ व्यक्त आभार ||