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2 Apr 2020 · 1 min read
हिचकी
हम थे इस गुमान में, कि याद वो अभी भी करते होंगे,
लेकिन एक ख़त तो छोड़ो, कम्बख़्त हिचकी भी ना आई।
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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