हिंदी दिवस पर विशेष…
चंद दोहे…
क्यों भारत में आज भी, अंग्रेजी का राज?
निज भाषा प्रयोग में, आती है क्यों लाज?
बोलो हिंदी गर्व से, रंच न हो संकोच।
लगे जिन्हें भी हीनता, उनकी ओछी सोच।।
हुए अनूदित शब्द बस, और बढ़ा क्या ज्ञान ?
दिया तुम्हें कितना कहो, अंग्रेजी ने मान ?
चीन जापान कर रहे, निज भाषा में काम।
हम सा जाहिल कौन है, जपे पराया नाम।।
हिंदी हिंदुस्तान की, गिरे न इसकी शान।
ऊँचा इसका नाम हो, बढ़े जगत में मान।।
अपनी भाषा छोड़कर, दिया और पर ध्यान।
क्या तुमने हासिल किया, बस अधकचरा ज्ञान।।
सच में चाहो तुम अगर, भारत का उत्थान।
देना होगा सर्वप्रथम, हिंदी को सम्मान।।
रग-रग में हिंदी बहे, धड़कन में संगीत।
हिंदी मेरा मान है, हिंदी मेरी मीत।।
-© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद ( उ.प्र.)