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11 May 2023 · 1 min read

हाशिए के लोग

जो सरकार के कुकर्मों का
अब फल रहे हैं भोग
कब आएंगे मुख्य धारा में
ये हाशिए के लोग…
(१)
शिक्षा और नौकरी तो
बड़ी दूर की बात है
यहां भूख तक जिनके लिए
एक लाइलाज रोग…
(२)
शंबूक से एकलव्य और
रोहित से पायल तक
पीढ़ी दर पीढ़ी मना रहे हैं
जो ज़िंदगी का सोग़…
(३)
क्या मंतरी और क्या संतरी
क्या सेठ और क्या पुजारी
इन्हीं के खून-पसीने पर तो
सब उड़ा रहे हैं मौज…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#दलित #आदिवासी #स्त्री #पिछड़े
#बहुजन #मज़दूर #गरीब #गरीबी
#SC_ST_OBC #भूखमरी #महंगाई
#बेरोजगारी #बेगारी #बंधुआ #गीतकार
#साहित्य #कविता #शायरी #lyricist

Language: Hindi
Tag: गीत
433 Views

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