हाशिए के लोग
जो सरकार के कुकर्मों का
अब फल रहे हैं भोग
कब आएंगे मुख्य धारा में
ये हाशिए के लोग…
(१)
शिक्षा और नौकरी तो
बड़ी दूर की बात है
यहां भूख तक जिनके लिए
एक लाइलाज रोग…
(२)
शंबूक से एकलव्य और
रोहित से पायल तक
पीढ़ी दर पीढ़ी मना रहे हैं
जो ज़िंदगी का सोग़…
(३)
क्या मंतरी और क्या संतरी
क्या सेठ और क्या पुजारी
इन्हीं के खून-पसीने पर तो
सब उड़ा रहे हैं मौज…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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