Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Aug 2024 · 1 min read

हारे मत ना हौसलों,

हारे मत ना हौसलों,
अथक थूं प्रयास करें।
कोई काम मुश्किल कोनी,
डर को थूं नास करे।।
मारग भटकावणियां मिळसी
घणा थनै इण जगत में।
पण छोड़े मत डगर आपणी,
चाहे जगत परिहास करे।।

© जितेंद्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️

20 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#चुनावी मौसम में-
#चुनावी मौसम में-
*प्रणय प्रभात*
Dad's Tales of Yore
Dad's Tales of Yore
Natasha Stephen
नया ट्रैफिक-प्लान (बाल कविता)
नया ट्रैफिक-प्लान (बाल कविता)
Ravi Prakash
स्वतंत्रता का अनजाना स्वाद
स्वतंत्रता का अनजाना स्वाद
Mamta Singh Devaa
इसमें हमारा जाता भी क्या है
इसमें हमारा जाता भी क्या है
gurudeenverma198
#हाइकु
#हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
राम मंदिर
राम मंदिर
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
अपने ही हाथों
अपने ही हाथों
Dr fauzia Naseem shad
वो बचपन था
वो बचपन था
Satish Srijan
" शांत शालीन जैसलमेर "
Dr Meenu Poonia
वफ़ा
वफ़ा
shabina. Naaz
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
Aadarsh Dubey
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
Shreedhar
"कवि के हृदय में"
Dr. Kishan tandon kranti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
इंतजार युग बीत रहा
इंतजार युग बीत रहा
Sandeep Pande
3664.💐 *पूर्णिका* 💐
3664.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गम में वह कुवत है कि,
गम में वह कुवत है कि,
TAMANNA BILASPURI
लोगों ने तुम्हे केवल नफरत दी है अरे नही रे लोगो ने तुम्हे थप
लोगों ने तुम्हे केवल नफरत दी है अरे नही रे लोगो ने तुम्हे थप
Rj Anand Prajapati
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
To my dear Window!!
To my dear Window!!
Rachana
संत गोस्वामी तुलसीदास
संत गोस्वामी तुलसीदास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्रेम गजब है
प्रेम गजब है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
पूर्वार्थ
शिमला: एक करुण क्रंदन
शिमला: एक करुण क्रंदन
Dr.Pratibha Prakash
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
Ajit Kumar "Karn"
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
sushil sarna
हमारा सफ़र
हमारा सफ़र
Manju sagar
Loading...