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6 Oct 2021 · 2 min read

हाय हेलमेट (हास्य व्यंग्य)

हाय हेलमेट( हास्य व्यंग्य)
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हेलमेट जब से पहनना जरुरी हुआ है उसको पहनने वाले कई प्रकार के लोग देखने में आ रहे हैं। कुछ लोग तो हेलमेट पहनने के बाद इतने शर्माते हैं कि आँख से आँख नहीं मिलाते , मानों उनके ऊपर कौन- सी विपदा आ पड़ी है।
बहुत से लोग हेलमेट मजबूरी में लगा तो लेते हैं मगर जैसे ही कोई सुरक्षित स्थान आता है ,झट से हेलमेट उतार कर स्कूटर पर टाँग देते हैं और फिर चैन की सांस ऐसे लेते हैं जैसे कहाँ से पीछा छुड़ाकर आ रहे हों। बहुत से लोग सिर पर इसे इस तरह रखते हैं जैसे खूँटी पर टोपी को लटका दिया गया हो। ऐसे लोग हेलमेट के साथ लगा फीता बांधने का कष्ट भी नहीं करते ।
कई लोग बाजार में ऐसे हेलमेट की तलाश में रहते हैं ,जो देखने में तो हेलमेट लगे लेकिन उसके कारण कोई बोझ एक ग्राम का भी सिर पर न पड़े। थर्माकोल का हेलमेट बाजार में अगर मिलने लगे तो यह लोग उसे खरीदना और उसे सिर पर टिकाना ज्यादा पसंद करेंगे क्योंकि उससे किसी प्रकार का कोई बोझ नहीं होगा।
कई लोग जब बाजार में सड़कों पर हेलमेट की चेकिंग चल रही होती है तो दूसरे लोगों को व्हाट्सएप ग्रुपों में सूचित करते हैं और घबराहट के साथ कहते हैं कि देखो अमुक चौराहे पर हेलमेट की चेकिंग चल रही है । उधर से जरा संभलकर गुजरना। जैसे भूखे को भोजन खिलाया ,प्यासे को पानी पिलाया , वैसे ही हेलमेट न पहनने वाले लोगों को हेलमेट की चेकिंग से बचाना पुण्य का कार्य समझा जाता है ।
कई लोगों का मानना है कि वह हेलमेट लगा तो लें, लेकिन ऐसा करने से सिर के बालों की सेटिंग बिगड़ जाती है। अब उन्हें कौन समझाए कि अगर हेलमेट नहीं लगाए हुए हो और एक्सीडेंट हो गया तो बालों की क्या पूरे सिर की सेटिंग बिगड़ जाएगी ।
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””लेखक :रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 999 7615451

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