‘हाय!ये टेलीकॉम’
हाय !ये मुई टेलीकॉम कंपनियां दुहाई है दुहाई,
पहले पहल मिठाई की दुकान खूब लगाई।
युवाओं को लत पहले इन्होंने थी खूब लगाई,
फ्री डेटा देकर दुनियाभर मेंआपस में ही होड़ लगाई।
बच्चे लगे रहे नैट में बूढ़े बोर होने लगे,
सो उन्होंने भी रिटायर मेंट की रकम इसमें डुबाई।
बचे थे नन्हें-मुन्ने कि कोरोना ने आवाज लगाई,
टेलीकॉम की हो गई बल्ले बल्ले ,ऑन लाइन क्लास चलाई।
अब सभी ने मिलकर लूटने की बिसात बिछाई,
बात डेढ जीबी की की पर पर एक जीबी में करता ठांई ठांई ।
कितना भी बचा कर रखलो डेट की गोली इन सबने चलाई।
पैसे बाकी हों भले ही आगे बात न बढ़ पाई।
डेट खत्म होने के डर से सबसे बेमतलब बात कराई।
अब लत कैसे छूटे कुछ तो तरकीब बताओ भाई।
हाय ये टेलीकॉम बिछवा बन सबको ही डस गयो री माई।