हायकू
हो जाते हैं
चार लोग इकठ्ठे
क्या है मसला??
रंगत लाये
खुशबू मन भाये
वो है केसर!!
वो जब आये
रंक राजा कहाये
दौलत नशा!!
सांझ के बाद
आसमान हो काला
रजनी छाये!!
संतोष सोनी
जोधपुर (राज.)
हो जाते हैं
चार लोग इकठ्ठे
क्या है मसला??
रंगत लाये
खुशबू मन भाये
वो है केसर!!
वो जब आये
रंक राजा कहाये
दौलत नशा!!
सांझ के बाद
आसमान हो काला
रजनी छाये!!
संतोष सोनी
जोधपुर (राज.)