Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2020 · 1 min read

हाथ जाते हुए वो हिलाते रहे

जब तलक वो नज़र मुझको आते रहे।
रोया दिल हम मगर मुस्कुराते रहे।।
चाहकर भी न हम रोक पाये उसे।
लब खुले ही नहीं थरथराते रहे।।

इस कदर मेरी नज़रों से ओझल हुए।
हाथ जाते हुए वो हिलाते रहे।।

तेरी यादों से बहला न पाए जो दिल।
तुमपे लिखके तुम्हें गुनगुनाते रहे।।

दिन तो गुजरा मेरा रोते रोते मगर
रात ख़्वावों में वो मुस्कुराते रहे।।

हू ब हू अक्स तेरा उभरता गया।
रेत पर उंगलियाँ हम घुमाते रहे।।

इस तरफ हों कभी उनकी नज़रें करम ।
आस का एक दीपक जलाते रहे।।

कोई उपचार गम का न वो कर सके।
हाल सुनते रहे हम सुनाते रहे।।

दिल में मातम सा छाया जुदा जो हुए।
और खुदको चिता सा जलाते रहे।।

श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव साईंखेड़ा

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 2 Comments · 229 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*प्रणय*
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
Dr Mukesh 'Aseemit'
अंतस का तम मिट जाए
अंतस का तम मिट जाए
Shweta Soni
2912.*पूर्णिका*
2912.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मंजिल न मिले
मंजिल न मिले
Meera Thakur
*बेटियाँ (गीतिका)*
*बेटियाँ (गीतिका)*
Ravi Prakash
आंखों से पिलाते हुए वो रम‌ चली गई।
आंखों से पिलाते हुए वो रम‌ चली गई।
Sachin Mishra
---माँ---
---माँ---
Rituraj shivem verma
" समान "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रीत हमारी हो
प्रीत हमारी हो
singh kunwar sarvendra vikram
*प्यासा कौआ*
*प्यासा कौआ*
Dushyant Kumar
ख़ुद की खोज
ख़ुद की खोज
Surinder blackpen
जीयो
जीयो
Sanjay ' शून्य'
आज़ादी की शर्त
आज़ादी की शर्त
Dr. Rajeev Jain
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
3) मैं किताब हूँ
3) मैं किताब हूँ
पूनम झा 'प्रथमा'
*तेरी मेरी कहानी*
*तेरी मेरी कहानी*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पिता
पिता
Swami Ganganiya
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
मसान.....
मसान.....
Manisha Manjari
अंधेरी रात में भी एक तारा टिमटिमाया है
अंधेरी रात में भी एक तारा टिमटिमाया है
VINOD CHAUHAN
ताप संताप के दोहे. . . .
ताप संताप के दोहे. . . .
sushil sarna
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
Santosh kumar Miri
कोई खुश हो तो मिला दो उस से......
कोई खुश हो तो मिला दो उस से......
shabina. Naaz
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
आर.एस. 'प्रीतम'
"अपना"
Yogendra Chaturwedi
रूठ मत जाना
रूठ मत जाना
surenderpal vaidya
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेटी का घर बसने देती ही नहीं मां,
बेटी का घर बसने देती ही नहीं मां,
Ajit Kumar "Karn"
प्रभु श्रीराम
प्रभु श्रीराम
Dr. Upasana Pandey
Loading...