Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

हाड़ी रानी

हाड़ी रानी

रूप सुंदरी हाड़ी ने पति मोह पाश को मेट दिया।
राष्ट्र प्रेम हित उसने अपना शीश पुष्प सा भेंट किया।

रूप सुंदरी हाड़ी ने पति मोह पाश को छिन्न किया।
राष्ट्र प्रेम हित उसने अपना शीश पुष्प सा भिन्न किया।

थे राजा चित्तौड़ राज्य के वचन निभाने गए हुए।
पीछे से औरंगजेब के हमले प्रतिपल प्रबल हुए।

चूड़ावत सरदार सैन्य का, ब्याह करा कर आया था।
पत्नी का यौवन सुंदरता, मोहित मन भरमाया था।

पाया जब संदेश युद्ध का, सेज छोड़ उठ खड़ा हुआ।
किंतु रूपसी रानी का मधु, रूप चित्त में गड़ा हुआ।

तिलक लगाकर विदा कर रही, गौरव भाव विदाई के।
चूड़ावत पर भारी पड़ते, व्याकुल भाव जुदाई के।

बार-बार मुड़-मुड़कर देखे, हाड़ी रानी अचल खड़ी।
देश भक्ति, बलिदान, वीरता, ज्यों मूरत बन अटल खड़ी।

सैन्य सज रही मन चूड़ा का, प्रेम विवश अकुलाता था।
कोई निशानी मुझे भेज दो, संदेशा भिजवाता था।

सोच रही सरदार युद्ध से, मेरे कारण विलग न हो।
राष्ट्र धर्म पर अड़ा रहे, वह युद्ध क्षेत्र से अलग न हो।

रानी बोली- नाथ निशानी भेज स्वर्ग को जाती हूं।
वही मिलेंगे अब हम दोनों, आरती थाल सजाती हूं।

यह कह काट दिया सर अपना, प्रेम निशानी ले जाओ।
युद्ध करो भारत माता हित, विजय पताका फहराओ ।

स्वर्णाक्षर में लिखे जाएंगे ऐसी बालाओं के नाम।
राष्ट्र हेतु आदर्श बनेंगे ऐसी बालाओं के काम।
इंदु पाराशर

1 Like · 55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from indu parashar
View all
You may also like:
आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,
आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
जय लगन कुमार हैप्पी
वर्दी (कविता)
वर्दी (कविता)
Indu Singh
"औकात"
Dr. Kishan tandon kranti
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
Vindhya Prakash Mishra
तेरी पुरानी तस्वीरें देखकर सांसें महक जातीं हैं
तेरी पुरानी तस्वीरें देखकर सांसें महक जातीं हैं
शिव प्रताप लोधी
बढ़ती तपीस
बढ़ती तपीस
शेखर सिंह
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Sushil Pandey
2610.पूर्णिका
2610.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
କେମିତି ଜୀବନ
କେମିତି ଜୀବନ
Otteri Selvakumar
ख़्वाब टूटा
ख़्वाब टूटा
Dr fauzia Naseem shad
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
VINOD CHAUHAN
■ इनका इलाज ऊपर वाले के पास हो तो हो। नीचे तो है नहीं।।
■ इनका इलाज ऊपर वाले के पास हो तो हो। नीचे तो है नहीं।।
*प्रणय प्रभात*
हिसाब सबका होता है
हिसाब सबका होता है
Sonam Puneet Dubey
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
Manoj Mahato
मौसम
मौसम
surenderpal vaidya
“साजन”
“साजन”
DrLakshman Jha Parimal
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
पतंग*
पतंग*
Madhu Shah
राना लिधौरी के बुंदेली दोहा
राना लिधौरी के बुंदेली दोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
हमने गुजारी ज़िंदगी है तीरगी के साथ
हमने गुजारी ज़िंदगी है तीरगी के साथ
Dr Archana Gupta
ਉਸਦੀ ਮਿਹਨਤ
ਉਸਦੀ ਮਿਹਨਤ
विनोद सिल्ला
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
Anup kanheri
अरे...
अरे...
पूर्वार्थ
मेरी कविताएं पढ़ लेना
मेरी कविताएं पढ़ लेना
Satish Srijan
हम शिक्षक
हम शिक्षक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
पापा
पापा
Lovi Mishra
*पाए हर युग में गए, गैलीलियो महान (कुंडलिया)*
*पाए हर युग में गए, गैलीलियो महान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...