हाईकु-पंच-कवि का मेवा
अभी अभी के हाईकु सादर….
हाईकु पंच
१
नाम के लिए
सीमाएँ तज रहे
दाम के लिए
२
छल प्रपंच
अपनो की उपेक्षा
नाम के मंच
३
मंच सजिए
आदर्श स्थापित हो
ध्यान रखिए
४
कवि बुलाएँ
मंच पर सजाएँ
सभी विधाएँ
५
साहित्य सेवा
कवि सम्मेलन है
कवि का मेवा
राजेन्द्र’अनेकांत’
बालाघाट दि. २९-०१-१७